‘व्याकरण सुमन’ कक्षा 1 से 8 तक के विद्यार्थियों के लिए विशेष तौर पर समृद्ध की गई आठ पुस्तकों की शृंखला है। प्रस्तुत शृंखला में वर्तमान समय की भाषा शिक्षण की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर शैक्षणिक आधार पर कुछ संशोधन किए गए हैं, जो पुस्तक को बालकेंद्रित तो बनाते हैं, साथ ही उसे बाल मनोविज्ञान के आधार पर प्रासंगिक भी सिद्ध करते हैं। जो इसके नाम ‘व्याकरण सुमन’ के अनुरूप है। बच्चे इस शृंखला द्वारा व्याकरण की विषयवस्तु के साथ अपने अनुभवों के आधार पर सरलता से तारतम्य बिठा सकेंगे।